फरीदाबाद: यातायात व्यवस्था में सुधार करने के लिए पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने डीसीपी ट्रैफिक और यातायात पुलिस को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे और कई पदाधिकारियों एवं ऑटो यूनियन और ऑटो चालकों के साथ मीटिंग कर जाम से निजात दिलाने की कवायद शुरू की।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑटो चालकों की लापरवाही और मनमानी के कारण शहर में अक्सर यातायात व्यवस्था की समस्या बनी रहती है। राष्ट्रीय राजमार्ग और शहर की प्रमुख सडक़ों के चौक चौराहों पर खड़े होने वाले ऑटो के कारण जहां लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है। वहीं दूसरी तरफ इनकी वजह से आए दिन सडक़ दुर्घटनाएं भी हो रही है। और आए दिन यातायात पुलिस व स्थानीय पुलिस द्वारा इनके चालान भी किए जाते हैं ।
शहर के लोगों को जाम से छुटकारा दिलवाने और सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए यातायात पुलिस ने सडक़ सुरक्षा संगठन के साथ मिल कर कवायद शुरू कर दी है। जिसके तहत शुक्रवार को यातायात थाना में यातायात पुलिस द्वारा ऑटो चालक यूनियन और आरएसओ की बैठक बुलाई गई थी जिसमें डीसीपी ट्रेफिक सुरेश कुमार ने जाम से छुटकारा दिलवाने के लिए एक सप्ताह के भीतर हाइवे पर कुछ ऑटो स्टैंड बनाने के आदेश दिये हैं। वहीं एक से डेढ़ महीने के भीतर सभी ऑटो की यूनिक आईडी तैयार की जाएगी। साथ ही डीसीपी ट्रेफिक ने ऑटो यूनियन के नाम पर आटो चालकों से अवैध उगाही को बंद करने के आदेश दिये हैं। अवैध उगाही करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी
ऑटो यूनियनों के प्रधानों ने उन्हें बताया कि हाइवे पर ऑटो खड़े करने के लिए जगह सुनिश्चित नहीं है। यदि हाइवे पर चुनिंदा स्थानों पर स्टैंड बना दिये जाए तो उन्हें जगह जगह ऑटो खड़े नहीं करने पड़ेंगे।
सडक़ सुरक्षा संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष एसके शर्मा ने कहा कि यातायात पुलिस और आरएसओ मिलकर शहर में यातायात व्यवस्था को दुरूस्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी के तहत यह बैठक बुलाई गई थी। बैठक में ऑटो यूनियनों के साथ ही व्यापार मंडल, औद्योगिक संगठनों ने भी पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। हाइवे और अन्य सडक़ों पर ऑटो खड़े करने के स्थान निर्धारित होने के बाद काफी हद तक समस्या का समाधान हो जाएगा।